लेखक:
वन्दना मोदी गोयल
वन्दना मोदी गोयल |
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छठा पूतवन्दना मोदी गोयल
मूल्य: Rs. 250 ये उपन्यास दरअसल समाज में रहने वाले कुछ ऐसी मानसिकता वाले लोगों के संर्पक में आने के बाद लिखा गया जो बेटियों को समाज में, घर में और अपने भाग्य में बोझ समझते हैं। आगे... |
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हिमखंडवन्दना मोदी गोयल
मूल्य: Rs. 200 एक ऐसी औरत की कहानी, जो उम्र भर अपनी आत्मा पर, अपने जिस्म पर, पुरूष नाम के कोढ़ को ढोती रही। आगे... |
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2 पुस्तकें हैं|